भारत के इन मंदिरों में देवताओं की नहीं असुरों की पूजा होती है
Bharat ke wo mandir jahan asuro ki puja hoti hai – भारत हमेशा से अपनी रोचक बातों के लिए फेमस है। अब तक आपने भारत में कई ऐसे मंदिर देखे होंगे जहां आस्था और विश्वास का अनोखा संगम देखने को मिलता है, क्योंकि ज़्यादातर मंदिर में भगवान की पूजा होती है। मगर बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि भारत में कुछ मंदिर ऐसे भी हैं जहां भगवान की नहीं बल्कि कुछ दानवों, असुरों की पूजा होती है। तो चलिए आज हम आपको उन मंदिरों के बारे में बताते हैं जहां दानवों की पूजा की जाती है।
Bharat ke wo mandir jahan asuro ki puja hoti hai । असुरों के मंदिर
पूतना मंदिर, उत्तर प्रदेश (Putna Uddhaar Prachin Mandir)
- भगवान कृष्ण को दूध पिलाने के बहाने मारने का प्रयास करने वाली पूतना को दानव माना जाता है।
- मगर आपको जानकर हैरानी होगी कि उत्तर प्रदेश के गोकुल नगर इलाके में पूतना का मंदिर बना हुआ है।
- मंदिर में पूतना की एक लेटी हुई मूर्ती बनाई गयी है और भगवान कृष्ण को उनका दूध पीते हुए दिखाया गया है।
- इस मंदिर में पूतना को माँ का दर्ज़ा मिला हुआ है इसलिए उनकी पूजा की जाती है।
दशानन मंदिर (Dshann Temple)
- हिन्दू मान्यताओं के अनुसार दशानन रावण सबसे बलशाली और बुद्धिमान असुर माना जाता था। उन्हें सबसे बड़ा ग्यानी पंडित भी कहा जाता था।
- आपको जानकर हैरानी होगी कि उत्तर प्रदेश में दशानन मंदिर के नाम से प्रचलित इस मंदिर में रावण की पूजा होती है।
- इस मंदिर का निर्माण सन 1890 में किया गया था। इस जगह की खासियत है कि यह साल में केवल एक बार दशहरे वाले दिन खोला जाता है।
- दशहरे वाले दिन बड़ी संख्यां में लोग दशानन के दर्शन व पूजन के लिए आते हैं। रावण को ज्ञानी मानकर पूजा की जाती है।
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कंस मंदिर (kansh temple)
- लखनऊ में कंस मंदिर सबसे फेमस मंदिरों में एक से है। कंस भगवान कृष्ण के मामा थे जिन्हें असुर कहा जाता था क्योंकि वह अपनी शक्तियों से भगवान कृष्ण को मारना चाहते थे।
- इस मंदिर में राजा कंस की बड़ी सी मूर्ती स्थापित की गयी है, जिसकी नियमित रूप से पूजा अर्चना की जाती है।
अहिरावण मंदिर
- झांसी के पचकुइंया में भगवान हनुमान का फेमस मंदिर है। इस मंदिर में हनुमान जी के साथ अहिरावण की भी पूजा की जाती है।
- अहिरावण रावण का भाई था और वह एक ताकतवर और बुरा असुर माना जाता था।
- मगर झाँसी के इस मंदिर में हनुमान जी के साथ नियमित रूप से अहिरावण और उसके भाई महिरावण की भी विशाल प्रतिमा की पूजा होती है।
दुर्योधन मंदिर
- उत्तराखंड के नेटवार से करीब 12 किमी की दूरी पर महाभारत के दुर्योधन का एक मंदिर बना हुआ है।
- इस मंदिर में दुर्योधन को भगवान की तरह पूजा जाता है। उनके दर्शन करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।
- इस जगह के आस पास दुर्योधन से जुड़ी कई कथाएं और कहानियां सुनाई जाती हैं।
- इसके अलावा मंदिर के पास में ही दुर्योधन के प्रिय मित्र कर्ण का भी एक छोटा सा मंदिर बनाया हुआ है।
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