Diye Jalane ka Mahatva – जानिए किस कामना के लिए कौन सा दीपक जलाया जाता है?
Diye Jalane ka Mahatva – Importance of deepak in hindi – हिंदू धर्म में कोई भी ऐसी पूजा नहीं है जो बिना दीपक जलाए पूरी हो सके। किसी भी देवी देवता की पूजा आदि धार्मिक कार्यक्रम करने के लिए दीपक जलाना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। हिंदू धर्म में दीपक का विशेष महत्व होता है। अंधकार को दूर करके प्रकाश की ओर ले जाने वाला दीपक पूजा पाठ के दौरान एक अलौकिक दिव्य शक्ति का उत्सर्जन करता है। पूजा पाठ के दौरान विभिन्न प्रकार के दीपक का प्रयोग किया जाता है जिनमें मुख्य रूप से मिट्टी का दीपक और पीतल का दीपक का प्रयोग सर्वाधिक होता है। इसके साथ ही कई जगह पर तांबे के दीपक, आटे के दीपक, स्टील के दीपक, चांदी की दीपकों का भी प्रयोग होता है। हर घर में और हर पूजा-पाठ में अलग-अलग प्रकार से लोग दीपक का प्रयोग करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं इन विभिन्न प्रकार के दीपकों का क्या महत्व है? हिंदू धर्म के 33 करोड़ देवी देवता हैं, ऐसे में कुछ देवी देवताओं के लिए अलग प्रकार के दीपकों का प्रयोग किया जाता है। इतना ही नहीं धार्मिक पूजा पाठ में भी अलग-अलग प्रकार के दीपक को जलाया जाता है लेकिन किस देवी-देवता को और किस पूजा पाठ में कौन सा दीपक जलेगा आज यह बात हम अपने लेख के माध्यम से आपको बताने जा रहे हैं।
Diye Jalane ka Mahatva – Importance of deepak in hindi
आटे का दीपक
यह दीपक पूजा के लिए उत्तम माना जाता है। इसके साथ ही किसी भी तरह की साधना या सिद्धि के लिए, मनोकामना पूर्ति के लिए आटे का दीपक जलाया जाता है। इसके अलावा कर्ज मुक्ति, विवाह में हो रही देरी, नौकरी व्यापार के लिए, संतान प्राप्ति, गृह कलह, पति-पत्नी के रिश्ते में सुधार लाने और आर्थिक संकट से मुक्ति के निवारण के लिए भी आटे का दीपक जलाया जाता है। आटे का दीपक लोग संकल्प के तौर भी जलाते हैं। इसे किसी विशेष स्थान पर रखना होता है अन्यथा आप इसे नदी में प्रवाहित भी कर सकते हैं।
मिट्टी का दीपक
मिट्टी का दीपक किसी भी पूजा पाठ के लिए सबसे पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। अधिकतर किसी भी पूजा में मिट्टी का दीपक मुख्य तौर पर इस्तेमाल कर लिया जाता है। मिट्टी का दीपक जलाने से शनि और मंगल ग्रह की कृपा प्राप्त होती है। मिट्टी का दीपक एक बार जला लेने के बाद दोबारा इसका प्रयोग जलाने के लिए नहीं करते हैं। मिट्टी के दीपक को पूजा अर्चना के बाद ठंडा करके बहते साफ पानी में प्रवाहित कर देना चाहिए।
Diye Jalane ka Mahatva
सोने का दीपक
प्राचीन काल से स्वर्ण धातु धार्मिक रूप से पवित्र और पूजनीय मानी गई है। सोना का संबंध सूर्य से होता है। वहीं सोने के दीपक में सूर्य और गुरु का वास होता है अर्थात् सूर्य और बृहस्पति की धातु स्वर्ण ही है। इस सोने के दीपक में गाय का देसी घी डालकर और रूई बत्ती लगाकर दीपक जलाएं, इसे गेंहू के ऊपर पूर्वमुखी रखें, साथ ही इसके चारों ओर गुलाब की पंखुड़ियों को फैला दें। सोने का दीप जलाने से जीवन में उन्नति व प्रगति की प्राप्ति होती है।
चांदी का दीपक
चांदी जिसे रजत भी बोलते हैं, इस चांदी के दीपक में चंद्रमा और शुक्र का वास होता है, अर्थात् यह धातु चन्द्र और शुक्र की धातु है। चावल की ढेरी पर चांदी का दीपक जलाकर रखे दें और साथ इसके चारों ओर सफेद फूल अर्पित करें। ऐसा करने से घर में शांति व शुद्धता बनी रहेगी। इस धातु के दीपक को जलाने से घर में धन-संपदा की कभी कमी नहीं होती और मां लक्ष्मी की कृपा सदा बनी रहती है।
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Diye Jalane ka Mahatva – Importance of deepak in hindi
तांबे का दीपक
तांबे की धातु में मंगल का वास होता है। तांबे (ताम्र ) को जलाने से मनोबल में वृद्धि होती है। तांबे के दीपक में तिल का तेल डालकर जलाना चाहिए। इसे दक्षिण दिशा में स्थापित करने से सभी कष्ट दूर होते हैं।
कांसे का दीपक
इस धातु को बुध की धातु माना गया है। इस कांसे की धातु से दीपक में बुध ग्रह का वास होता है। इस दीपक को चने की दाल का आसन दें। इसमें सरसो का तेल डालकर दीपक जलाएं। धन की स्थिरता और पर्याप्त धन के लिए कांसे के दीपक में तिल का तेल डालकर ज़रूर जलाना चाहिए। इससे अनिष्ट का नाश होता है और व्यक्ति का मनोबल बढ़ता है।
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Diye Jalane ka Mahatva – Importance of deepak in hindi
लोहे का दीपक
लोहा धातु में शनि देव का वास होता है। शनिवार और मंगलवार के दिन लोहे के दीपक में सरसों का तेल डालकर उड़द की दाल का आसन चारों तरफ देकर जलाएं। इसके चारों ओर पीले फूलों की पंखुड़ियां डालकर उत्तर दिशा की ओर इसे स्थापित कर दें। ऐसा करने से व्यक्ति का दुर्घटना से बचाव होता है, किसी भी तरह की अनिष्ट घटना से बचा जा सकता है।
पीतल का दीपक
पीतल को बृहस्पति की धातु माना जाता है। ऐसे में बृहस्पति देव की पूजा में पीतल के दीपक का मुख्य रूप से प्रयोग किया जाता है। इसको जलाने से भाग्य में वृद्धि होती है और दांपत्य जीवन सुखद बना रहता है।
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