मंत्र जाप मालाएं – किस माला से होंगे कौन से देवता खुश
Janiye impact of different mala jap – kis mala jap se honge kaun se devta khush – हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के साथ जप का भी विशेष महत्व है। यह बात सर्वविदित है कि भगवान शंकर को खुश करने के लिए रुद्राक्ष की माला से महा मृत्युंजय का जप किया जाता है। आपने कई बार मंदिरों या किसी धार्मिक स्थलों पर साधुओं के हाथ में अनेक प्रकार की मालाएं देखी होंगी। माला का जाप करना भी एक प्रकार की साधना होती है| तो जानिए किस माला से होंगे कौन से देवता खुश।
रुद्राक्ष माला – kis mala se honge kaun se devta khush
- रुद्राक्ष का एक अर्थ है रूद्र यानी शिव की आंख या आंख के आंसू।
- माता सती की मृत्यु से शिव को बहुत दुख हुआ और उनके आंसू कई जगह गिरे, उनसे रुद्राक्ष के बीज उत्पन्न हुए।
- रुद्राक्ष स्वयं भगवान शिव ही हैं, रुद्राक्ष में एक अनोखा कंपन होता है जो साधक की ऊर्जा को सुरक्षित करता है, जिससे बाहरी शक्तियां परेशान नहीं करती।
- भगवान शंकर को खुश करने के लिए रुद्राक्ष की माला से जप किया जाता है।
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तुलसी माला – kis mala se jap karna chahiye
- यह माला तुलसी के पौधे से बनाई जाती है।
- तुलसी परम पवित्र एवं आध्यात्मिक तथा औषधीय गुणों से परिपूर्ण है।
- इस माला से भगवान विष्णु, राम, कृष्ण एवं गायत्री मंत्र का जप अत्यंत फलदायी होता है।
- वैष्णव साधु संत तथा गृहस्थी भक्तजन इसे कंठी के रूप में भी धारण करते हैं।
- मांसाहारी लोगों को तुलसी की माला धारण नहीं करनी चाहिए।
स्फटिक माला
- भौतिक वस्तुओं की प्राप्ति, आकर्षण और रूप की प्राप्ति के लिए स्फटिक की माला का प्रयोग किया जाता है।
- लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप करने के लिए स्फटिक की माला प्रयोग करना चाहिए।
हल्दी की माला – kis mala se jap kare
- इस माला को हरिद्रा (हल्दी) की गांठ से बनाया जाता है।
- इस माला का विशेष उपयोग पीताम्बरा देवी, मां बगलामुखी का जप करने में किया जाता है।
- इस माला से बृहस्पति ग्रह का मंत्र जप करने से शुभ फल प्राप्त होता है।
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सफेद चंदन की माला
- चंदन दो प्रकार का होता है। लाल चंदन एवं सफेद चंदन।
- सफेद चंदन की माला पर महासरस्वती, महालक्ष्मी मंत्र, गायत्री मंत्र आदि का जप करना विशेष फलदायी होता है।
- इस माला को मानसिक शांति एवं लक्ष्मी प्राप्ति के लिए गले में धारण करने से लाभ होता है।
फिरोजा माला – kis mala jap se honge kaun se devta khush
- फिरोजा एक ऐसा रत्न है जिसका उपयोग अधिकांश सभी धर्म के लोग करते हैं।
- बौद्ध धर्म के लोग इसे बहुत पवित्र रत्न मानते हैं, विशेष रूप से इस रत्न की माला को धारण करने से समाज और परिवार में सभी के साथ प्रेम बना रहता है।
- इसे धारण करने से नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मक रूप में परिवर्तित होती है, जिससे व्यक्ति के जीवन में सुख बढ़ता है।
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वैजयंती माला
- भगवान विष्णु इस माला को धारण करते हैं।
- इसको धारण करने से नई शक्ति तथा आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है।
- भगवान विष्णु को खुश करने के लिए वैजयंती माला से जप करना चाहिए।
हकीक माला – kis mala jap se honge kaun se devta khush
- हकीक कई रंगों में पाया जाता है इनमें मुख्य रंग छह प्रकार के होते हैं।
- काला, सफेद, पीला, लाल, हरा और नीला।
- ग्रहों की पीड़ा से मुक्ति के लिए अलग-अलग रंग के हकीक पहनने की सलाह दी जाती है।
- हकीक माला से जप करने से नवग्रह, भगवान शिव और हनुमान जी की विशेष कृपा होती है।
शंख की माला
- भारत में शंखों को विशिष्ट स्थान प्राप्त है।
- स्वर्ग में अष्टसिद्धि, नवनिधि में शंख को भी एक माना जाता है।
- शिव साधना करने के लिए शंख को उत्तम माना गया है।
- शंख की माला जप करने से रिद्धि-सिद्धि की प्राप्ति होती है।
- शंख की माला धारण करने से वाणी पर अधिकार आता है, जिससे आत्म-विश्वास में वृद्धि होती है।
कमल गट्टे – Benefits Of Mala
- कमल पुष्प के बीजों की माला को कमल गट्टे की माला कहा जाता है।
- इस माला को धारण करने या इससे जप करने से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती है।
- मां लक्ष्मी के जप के लिए कमल गट्टे की माला शुभ मानी गई है।
जियापोता – Benefits Of Mala
- जियापोता के बीजों से बनी माला को जियापोता की माला कहते हैं।
- संतान प्राप्ति के लिए जियापोता की माला धारण करनी चाहिए।
- चांदी के तार से बनी इस माला को धारण करने से मनचाही इच्छा पूरी होती है।
मोती
- मोती के दानों से बनी माला को मोती की माला कहा जाता है।
- भाग्य वृद्धि करने के लिए मोती की माला को धारण किया जाता है।
- चंद्र ग्रह को खुश करने के लिए मोती की माला से जप किया जाता है।
- पुत्र प्राप्ति के लिए मोती की माला से भगवान नारायण का जप करना चाहिए।
गुंजा की माला – impact of different mala jap
- गुंजा एक फल होता है, जो लाल और काले रंग का बीज होता है।
- इसकी माला धारण करने से व्यक्ति में जबरदस्त आकर्षण पैदा होता है।
- अपने आकर्षण प्रभाव में वृद्धि करने या किसी का वशीकरण करने के लिए गुंजा माला से जप करना चाहिए।
गजदंत माला
- भगवान श्री गणेश की कृपा पाने के लिए गजदंत की माला से गणेश मंत्रों का जाप किया जाता है।
- इससे व्यक्ति में ज्ञान की वृद्धि होती है, उसकी बौद्धिक क्षमता बढ़ती है और वह सिद्धि-बुद्धि प्राप्त करने में सफल होता है।
- गणेश शाबर मंत्रों का जाप गजदंत की माला से किया जाए तो सात रात्रि में मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
शास्त्रों में इनके अलावा भी अलग-अलग कार्यों की सिद्धि के लिए विभिन्न मणियों, रत्नों, बीजों, स्वर्ण, रजत, आदि की माला से जप करने का विधान बताया गया है।
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इन बातों का रखें ध्यान – impact of different mala jap
- जिस माला से आप जप करें उसे जप पूरा होने तक धारण नहीं करना चाहिए।
- जप करने वाली माला को घर के मंदिर में साफ जगह पर रखें।
- माला के मनकों की संख्या 108 होनी चाहिए।
- मंत्र जप के समय माला किसी वस्त्र से ढंकी होनी होनी चाहिए या गोमुखी में माला रखें।
- माला हमेशा खुद की होनी चाहिए, दूसरे की माला का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- जिस माला से मंत्र जाप करते हैं, उसे धारण नहीं करना चाहिए।
एक निश्चित नियम के हिसाब से ही किसी भी मंत्र जाप किया जाता है। मंत्र जाप कब से करना है, कितना करना है, कब तक करना है, ये जानना बहुत ज़रुरी है क्योंकि गलत तरीके से किया गया जाप नुकसान दायक भी हो सकता है। अगर आपको जाप की पूरी जानकारी नहीं है तो आप हमारे एक्सपर्ट्स की सलाह ले सकते हैं। आप हमें ई-मेल या व्हाट्सअप भी कर सकते हैं या नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी कॉन्टेक्ट डिटेल्स छोड़ दें।
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Which mala is use surya dev jap ? And which day we have to initiate ..