Kandariya Mahadev Mandir – जानिए कब और किसने बनवाया शिव का कन्दारिया महादेव मंदिर
Kandariya Mahadev Mandir – भगवान शंकर की महिमा अपरंपार है| उनसे जुड़ी कहानियां और पौराणिक कथाओं के कारण उन्हें सृष्टि का रचियता भी कहा जा है| वह त्रिदेवों में से एक देव हैं| तो चलिए आज हम आपको खजुराहो के मंदिरों में सबसे विशाल कन्दारिया महादेव मंदिर के बारे में बताते हैं जिसकी सुंदरता और भव्यता देखकर आप दंग रह जायेंगे|
Kandariya mahadev mandir – कन्दारिया महादेव
कैसे पड़ा इस मंदिर का नाम कंदरिया महादेव?
- मंदिर का नामकरण भगवान शिव के एक नाम कंदर्पी के अनुसार हुआ है।
- इसी कंदर्पी से कंडर्पी शब्द का विकास हुआ, जो कालांतर में कंदरिया में परिवर्तित हो गया। तब इस मंदिर का नाम कन्दरिया महादेव पड़ा|
कंदरिया महादेव मंदिर का इतिहास?
- कन्दारिया महादेव मंदिर के नाम से ही पता चलता है कि यह भगवान शंकर को समर्पित है| इस मंदिर का निर्माण 999 ईसवीं में किया गया|
- ऐसा माना जाता है कि मंदिर का निर्माण करवाने वाले विद्याधर बहुत ही पराक्रमी और शक्तिशाली शासक हुआ करते थे| विद्याधर ने साल 1019 में मुहम्मद महमूद ग़ज़नवी के साथ लड़ाई की थी|
- कुछ इतिहासकार बताते हैं कि विद्याधर ने मुहम्मद से जीत की ख़ुशी में कंदारिया महादेव मंदिर बनवाया था|
- साल 1986 में इसे यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया|
- हर साल फरवरी के महीने में यहां खजुराहो डांस फेस्टिवल मनाया जाता है| इसमें आप कथक, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, ओडिसी, मणिपुरी जैसे भारत के लोकप्रिय नृत्यों का मज़ा ले सकते हैं|
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मंदिर की संरचना – Kandariya Mahadev Mandir
- कंदरिया महादेव मंदिर में आपको अनोखी वास्तुकला देखने को मिलेगी| इस मंदिर के गर्भ गृह में एक शिवलिंगम स्थित है|
- यह खजुराहो परिसर में मंदिरों के पश्चिमी समूह का सबसे बड़ा, ऊँचा, कलात्मक शिव मंदिर है जिसे चतुर्भुज के नाम से भी जाना जाता है|
- मंदिर की दीवारों पर बलुआ के पत्थरों से संरचना की गई है। दीवारों पर महिलाओं की तरह-तरह की तस्वीरे देखने को मिलती हैं|
- मंदिर में 800 से अधिक महिलाओं के चित्र बने हुए हैं जिनमे से कई चित्र तीन फीट से भी ज़्यादा बड़े हैं।
- मंदिर के अंदर दो मकर-तोरण बने हुए हैं। इसके अलावा आपको यहाँ कई मंडप और गुम्बद सी छत देखने को मिलेगी|
- मंदिर परिसर 6 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। मंदिर का प्रवेश द्वार पंचायतन शैली का बना हुआ है।
- यहाँ आस-पास कई ऐसे मंदिर हैं जो भगवान विष्णु को समर्पित हैं|
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कब और कैसे जाएं? – Kandariya Mahadev Mandir
- मंदिर सुबह 5 बजे से 12 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक खुलता है|
- यहाँ जाने के लिए भारतीय पर्यटकों को 10 रूपये का प्रवेश टिकट लेना पड़ता है|
- आप हवाई, रेल और सड़क तीनो मार्गों से यहां आसानी से आ जा सकते हैं| इसका सबसे पास रेलवे स्टेशन खजुराहो स्टेशन है|
कंदरिया महादेव के अलावा आस-पास घूमने की जगह?
- लक्ष्मी और वराह मंदिर
- लक्ष्मण मंदिर
- चौसठ योगिनी मंदिर
- जवारी मंदिर
- ब्रह्मा मंदिर
- हनुमान मंदिर
- विश्वनाथ मंदिर
- मतंगेश्वर मंदिर
- नंदी मंदिर
- पाशर्वनाथ मंदिर
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