हरिमंदिर साहिब के लंगर के बारे में कुछ हैरान कर देने वाली बातें
Langar of Harmandir Sahib – जानिए हरिमंदिर साहिब के लंगर के बारे में कुछ हैरान कर देने वाली बातें जहाँ चलती है दुनिया की सबसे बड़ी लंगर सेवा:
- हरिमंदिर साहिब के गुरूद्वारे में सबसे बड़ा किचन है जिसमें हर रोज़ 2 लाख रोटियाँ बनाई जाती हैं।
- इस बड़े से किचन में खाना बनाने के लिए करीबन 400 लोगों का स्टाफ है साथ ही सैकड़ों भक्त यहाँ आकर सेवादार की तरह काम करना पसंद करते हैं।
- इस किचन में रोज़ लगभग 5000 किलो आटा, 1800 किलो दालऔर 700 लीटर दूध इस्तेमाल होता है।
- हरिमंदिर साहिब के गुरुद्वारेके किचन में 11 विशालकाय तवा और इतने बड़े कड़ाह हैं जिनमें एक बार में लगभग 7 क्विंटल दाल या खीर बनती है।
- हरिमंदिर गुरूद्वारे में लगी आटा पीसने की मशीन एक दिन में 12,000 किलो तक आटा पीस सकती है।
- ज़्यादा भीड़ वाले और त्यौहार के दिनों में गुरूद्वारे में रोटी बनाने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया जाता है जोकि एक बार में 25000 रोटियाँ बना सकती है।
- लंगर का खाना बनाने के लिए रोज़ 100 से ज़्यादा एल.पी.जी. सिलेंडर्स और 5000 किलो लकड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है।
Langar of Harmandir Sahib at Golden Temple Amritsir
- हरिमंदिर गुरूद्वारे में दो लंगर घर है जिसमें एक बार में 5000 लोग खाना खा सकते हैं।
- स्वर्ण मंदिर में लंगर में हर दिन करीबन 50,000 लोग खाना खाते हैं। छुट्टियों / धार्मिक अवसरों पर, यह संख्या एक लाख तक हो जाती है।
- लंगर के बाद खाने के बर्तन 3 लाख से भी ज्यादा वॉलंटियर्स रोज़ धोते है।
- लंगर के बर्तन धोते वक्त हाइजीन मेंटेन करने के लिए बर्तनों को 3 से 5 बार धोया जाता है।
- हरिमंदिर गुरूद्वारे में लंगर प्रसाद में शाकाहारी खाना दिया जाता है जैसे कि रोटी, दाल, चावल और एक सब्जी, इसके साथ मीठे में खीर भी दी जाती है।
- हरिमंदिर साहिब के गुरूद्वारे में 3 वक्त लंगर प्रसाद् मिलता है, सुबह, दोपहर और रात। यहाँ आपसे कभी नहीं पूछा जाएगा कि आपने लंगर कितनी बार खाया है।
- संब्जियाँ, अनाज और दाल कितनी भी मंहगी हो जाए, लेकिन गुरूद्वारे में कभी लंगर नहीं रूकता और यहाँ से कोई भी भूखा नहीं जाता।
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