National Dengue Day 2022 – राष्ट्रीय डेंगू दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?
National Dengue Day in hindi – National Dengue Day 2022 – Why we national dengue day celebrated in india – भारत में हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस (National Dengue Day) मनाया जाता है। यह दिन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) द्वारा डेंगू और इसके निवारक उपायों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और रोग के नियंत्रण के लिए तैयारियों के लिए एक पहल है ताकि देश में इसके मामलों में कमी लाई जा सके।
National Dengue Day in hindi
राष्ट्रीय डेंगू दिवस और डेंगू से जुड़ी अन्य जानकारियां
सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, दुनिया भर के 100 से अधिक देशों में डेंगू के केस सामने आते हैं और करीब 3 बिलियन लोग डेंगू प्रभावित एरिया में रहते हैं, जिसमें भारत, चीन, अफ्रीका, ताइवान और मैक्सिको आदि देश शामिल हैं। अकेले भारत की बात की जाए तो वर्ष 2019 में डेंगू के कुल 2,05,243 मामले थे। इसके बाद साल 2021 में 1,64,103 मामले सामने आए जो साल 2019 से कम थे, लेकिन ये संख्या में अब भी अधिक हैं। सुकून की बात ये है कि साल 2008 के बाद इससे होने वाली मौतों के प्रतिशत की दर को एक प्रतिशत से भी कम रखने में देश सफल रहा है।
National Dengue Day in hindi
भारत सरकार की इसके लिए पहल
राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनवीबीडीसीपी) का निदेशालय, भारत में डेंगू की निगरानी और रोकथाम के लिए नोडल केंद्र है। एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम देश में डेंगू रोग की निगरानी और प्रकोप का पता लगाने/जांच में भी मद्द करता है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare), भारत सरकार ने यह अधिसूचना जारी की है कि डेंगू के सभी मामलों की सूचना देना अनिवार्य है। सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों और निजी अस्पतालों तथा क्लीनिकों को संबंधित जिले के जिला स्वास्थ्य प्राधिकरण (District Health Authority) को संदिग्ध डेंगू के मामलों की सूचना देना अनिवार्य है।
राष्ट्रीय वेक्टर-जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (National Vector-Borne Disease Control Programme) – National Dengue Day Control Programme Launched In India
- राष्ट्रीय वेक्टर-जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम की शुरुआत वर्ष 2003-04 में की गई थी
- राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय फाइलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम और कालाजार नियंत्रण कार्यक्रम का विलय कर इस कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी।
- इस कार्यक्रम के तहत जापानी इंसेफलाइटिस (Japanese Encephalitis) और डेंगू (Dengue) को भी शामिल किया गया है।
National Dengue Day in hindi
उद्देश्य
- रोग और प्रकोप की निगरानी
- त्वरित निदान और प्रबंधन
- सामाजिक भागीदारी और गतिशीलता के माध्यम से वेक्टर नियंत्रण
- क्षमता निर्माण
क्या है डेंगू – Dengue kya hai
डेंगू फ्लेविविरिडे परिवार का वायरस है, जो एक मादा मच्छर जनित वायरल इंफेक्शन या डिजीज है। यह एक भ्रम है कf डेंगू के मच्छर सिर्फ गंदे पानी में पनपते हैं, साफ इलाकों में और साफ पानी में भी यह मच्छर पनपते हैं तो सभी को इसका ध्यान रखने की ज़रूरत है। ये वायरस 10 दिनों से अधिक समय तक जीवित नहीं रहता लेकिन लापरवाही की गई तो डेंगू रक्तस्रावी बुखार या डीएचएफ का रूप ले सकता है जिसमें भारी रक्तस्राव, ब्लड प्रेशर में अचानक गिरावट और अंत में मौत तक हो सकती है।
National Dengue Day in hindi
डेंगू के बारे में तथ्य
- ‘डेंगू’ डेंगू वायरस (डीईएनवी 1-4 सीरोटाइप) के कारण होने वाला एक वायरल रोग है।
- डेंगू चार डेंगू वायरसों में से किसी एक से मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है।
- एडीज इजिप्टी मच्छर दिन के समय काटता है।
- व्यक्ति में संक्रामक काटने के बाद तीन से चौदह दिनों के भीतर लक्षण विकसित होते हैं।
- रोगी जो कि पहले से ही डेंगू वायरस से संक्रमित है, लक्षणों की शुरुआत के चार से पांच दिनों के दौरान एडीज मच्छरों के माध्यम से दूसरे व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।
- डेंगू की रोकथाम और नियंत्रण प्रभावी वेक्टर नियंत्रण उपायों पर निर्भर करता है।
डेंगू के लक्षण – Dengue ke lakshan
डेंगू हल्का और गंभीर दोनों तरीके से हो सकता है। संक्रमित होने पर इसके लक्षण 4 से 5 दिनों में दिखने लगते हैं। हल्के लक्षण में तेज़ बुखार होना, सिरदर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, उल्टी, जी मिचलाना, आंखों में दर्द होना, त्वचा पर लाल चकत्ते होना, ग्लैंड्स में सूजन होना आदि हैं। गंभीर मामले होने पर पेट दर्द, लगातार उल्टी होना, मसूड़ों या नाक से रक्तस्राव, मूत्र, मल या उल्टी में खून आना, त्वचा के नीचे रक्तस्राव होना, सांस लेने में कठिनाई, थकान महसूस करना,चिड़चिड़ापन या बेचैनी आदि हैं। इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर तुरन्त डॉक्टर से मिलना चाहिए।
National Dengue Day in hindi
डेंगू के लक्षण दिखें तो क्या करें – Dengue hone par kya karein
अपने डॉक्टर की सलाह पर इन जांचों का सहारा लिया जा सकता हैः
- कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट कराएं, जिससे जानकारी मिले कि शरीर में प्लेटलेट्स की क्या स्थिति है। इसी के आधार पर डॉक्टर आपका इलाज करते हैं
- डेंगू एनएस1 एजी के लिए एलिसा टेस्ट कराएं। इस ब्लड टेस्ट से डेंगू वायरस एंटीजेन का पता चलता है
- पीसीआर टेस्ट कराएं, इसे आप शुरुआती चरण में करा सकते हैं
सावधानियां
- कूलर और अन्य छोटे बर्तनों, टायरों, कूलर (वॉटर कूलर) आदि में पानी इकट्ठा न होने दें
- पालतू पशुओं के पीने के बर्तनों और फूलदान का पानी सप्ताह में कम से कम एक बार अवश्य बदला जाना चाहिए
- जिन बर्तनों को खाली नहीं किया जा सकता है उनमें उपयुक्त लाविसाइड (लारवानाशी) का किया जाना चाहिए
- पानी के बर्तनों को ढक कर रखना चाहिए
- पूरी बाजू के कपड़े पहनने चाहिए
- दिन में सोने के दौरान मच्छरदानी या मच्छर भागने वाले उत्पादों का उपयोग किया जा सकता है
- डेंगू के रोगी को मच्छर के काटने से बचाया जाना चाहिए, यह अन्य लोगों में डेंगू फैलने से रोकेगा
Must Read:What is the National Dengue Control Programme in India
Must Read:National Dengue Day Slogan In Hindi
National Dengue Day in hindi, हमारे फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर हमें फ़ॉलो करें और हमारे वीडियो के बेस्ट कलेक्शन को देखने के लिए, YouTube पर हमें फॉलो करें।