Vasant Panchami 2022: असीम ज्ञान की प्राप्ति के लिए वसंत पंचमी में ऐसे करें देवी सरस्वती को खुश
Vasant Panchami Puja Vidhi in Hindi – Vasant Panchami 2022 – Vasant Panchami in hindi – वसन्त पंचमी प्रत्येक वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है। यह हिन्दुओं का प्रमुख त्योहार है। वसन्त पंचमी का दिन माँ सरस्वती को समर्पित है और इस दिन माँ सरस्वती की पूजा-अर्चना की जाती है। देवी सरस्वती को विद्यादायिनी, ज्ञान, संगीत,कला और शिल्पकार की देवी के तौर पर पूजा जाता है। कई लोग इस दिन को सरस्वती पूजा के नाम से भी जानते हैं। इस दिन लेखक, कलाकार और विद्वान आदि लोग अपने कलम और ग्रंथों की पूजा भी करते हैं। चलिए आपको वसंत पंचमी की पूजा विधि और महत्व बताते हैं।
Vasant Panchami Puja Vidhi in Hindi । वसंत पंचमी पूजा विधि,मुहूर्त व महत्व
महत्व। mehtava
- वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से बल, बुद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है।
- पुराणों के अनुसार जो लोग पूरे विधि-विधान के साथ देवी सरस्वती की पूजा करते हैं उन्हें सुस्ती, आलस्य एवं अज्ञानता से छुटकारा मिलता है और अपार ज्ञान की प्राप्ति होती है।
- वसंत पंचमी के दिन सुबह उठकर शरीर पर उबटन लगाकर स्नान कर के पीले वस्त्र पहनने से मां सरस्वती खुश होती हैं।
- कुछ जगह इस दिन शिशुओं को पहला अक्षर लिखना सिखाया जाता है साथ ही ज़्यादातर विद्यालयों में माता सरस्वती की पूजा की जाती है।
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Vasant Panchami Puja Vidhi in Hindi
मुहूर्त । muhurat
- वसन्त पञ्चमी शनिवार, 5 फरवरी 2022
- वसन्त पञ्चमी सरस्वती पूजा मुहूर्त – 07:07 ए एम से 12:35 पी एम
अवधि – 05 घण्टे 28 मिनट्स - वसन्त पञ्चमी मध्याह्न का क्षण – 12:35 पी एम
- पञ्चमी तिथि प्रारम्भ – फरवरी 05, 2022 को 03:47 ए एम बजे
- पञ्चमी तिथि समाप्त – फरवरी 06, 2022 को 03:46 ए एम बजे
पूजा विधि । Vasant Panchami Puja Vidhi in Hindi – Vasant Panchami 2022 –
- प्रातः काल उठकर स्नान करें।
- स्नान के बाद अगर हो सकें तो पीलें रंग के वस्त्र धारण करें।
- उसके बाद देवी सरस्वती की मूर्ती स्थापित करें और भगवान पर पुष्प, फल, नारियल, सुपारी, चावल, गंगाजल आदि चढ़ाएं।
- पूजा के बाद ज्ञान की देवी सरस्वती से हाथ जोड़ कर अच्छे भविष्य के लिए प्रार्थना करें और सरस्वती वंदना का पाठ करें।
- इस दिन सफेद वस्त्र और सफेद फूल चढ़ाना शुभ माना जाता है,इससे मां जल्दी खुश होंगी।
- पूजा के बाद कई लोग मां सरस्वती के पास अपनी कलम और किताब रखते हैं और अगले दिन इसे मूर्ती विर्सजन के वक़्त उठाते हैं।
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Vasant panchami muhurat mahatva and puja vidhi । वसंत पंचमी पूजा विधि,मुहूर्त व महत्व
सरस्वती वंदना । saraswati vanadana – Vasant Panchami 2022
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
या ब्रह्माच्युत शंकरप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता।
सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा॥
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यां जगद्व्यापिनीं।
वीणा-पुस्तक-धारिणीमभयदां जाड्यान्धकारापहाम्॥
हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं पद्मासने संस्थिताम्।
वन्दे तां परमेश्वरीं भगवतीं बुद्धिप्रदां शारदाम्॥
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