भारत को आज़ाद करने के लिए 15 अगस्त की तारीख ही क्यों चुनी गई ? जानें इसके पीछे का कारण
why 15 august was chosen as independence day of India – 15 अगस्त 1947 के दिन जब भारत को आज़ादी मिली थी तब लुईस माउंटबेटन देश के वायसराय के पद पर नियुक्त थे और आज़ादी के बाद देश के पहले पहले गवर्नर जनरल बने। उन्होंने 15 अगस्त की तारीख देश को आज़ाद करने के लिए क्यों चुनी ? ये बात आज हम आपको बताएंगे।
why 15 august was chosen as independence day of India – why 15th august was chosen for india freedom
भारत 15 अगस्त को आज़ाद हो जाएगा ये तय हो गया तब जवाहर लाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने महात्मा गांधी को चिट्ठी भेजी। इस चिट्ठी में लिखा गया था कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। आप राष्ट्रपिता हैं आपको यहाँ आकर इसमें शामिल होना होगा। तब महात्मा गाँधी दिल्ली से हज़ारों किलोमीटर दूर बंगाल के नोआखली में हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए अनशन पर बैठे हुए थे। उन्होंने इस चिट्ठी का जवाब देते हुए लिखा था कि जब कलकत्ता में हिंदु-मुस्लिम एक दूसरे की जान लेने के लिए आतुर हो रहे हैं ऐसे में मैं जश्न मनाने के लिए नहीं आऊंगा बल्कि मैं दंगा रोकने के लिए अपनी जान तक दे सकता हूँ।
Must read- Happy Independence Day 2021- 15 अगस्त पर Wishes, Quotes, Images,Messages शेयर करें
जवाहर लाल नेहरू ने 14 अगस्त की मिडनाइट में वायसराय लॉज (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से ऐतिहासिक भाषण ‘ट्रिस्ट विद डेस्टनी’ दिया था। तब तक वो प्रधान मंत्री नहीं बन पाए थे। जवाहर लाल नेहरू के इस भाषण को पूरी दुनिया द्वारा सुना गया लेकिन गांधी जी वो भाषण नहीं सुन पाए थे क्योंकि उस दिन वो ज़ल्दी सोने चले गए थे।
why 15 august was chosen as independence day of India
15 अगस्त, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन को नेहरू ने एक लिस्ट दी जिसमें उन्होंने बताया था कि उनके मंत्रिमंडल में कौन-कौन शामिल होगा और बाद में इंडिया गेट के पास प्रिसेंज गार्डेन में एक सभा में भाषण देने के लिए रवाना हो गए। हर स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय प्रधानमंत्री लाल किले से झंडा फहराते आ रहे हैं लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हो पाया था। नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को ऐसा किया था। वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के प्रेस सेक्रेटरी कैंपबेल जॉनसन की मानें तो मित्र देश की सेना के सामने जापान के समर्पण की दूसरी वर्षगांठ 15 अगस्त को ही थी तो इसलिए इसी दिन भारत को आज़ाद करने का फ़ैसला लिया गया। 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का बंटवारा भी नहीं हो पाया था। इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा के दौरान हुआ। आज़ाद होने के बाद भारत का कोई नेशनल एंथम नहीं था। उस समय रवींद्रनाथ टैगोर जो कि जन-गण-मन 1911 में ही लिख चुके थे लेकिन जन-गण-मन को नेशनल एंथम का दर्जा 1950 में मिला।
Must read- स्वतंत्रता दिवस 2021 – ये कविताएं दिलों में जगाती हैं देशभक्ति का जज़्बा
why 15 august was chosen as independence day of India, हमारे फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर हमें फ़ॉलो करें और हमारे वीडियो के बेस्ट कलेक्शन को देखने के लिए, YouTube पर हमें फॉलो करें।